दो शब्दों के मिलने से ‘समास’ बनता है। समास का एक प्रकार है- द्वंद्व समास। इसमें दोनों पद प्रधान होते हैं। जब दोनों पद प्रधान होंगे तो एक-दूसरे में द्वंद्व (स्पर्धा, होड़) की संभावना होती है। कोई किसी से पीछे रहना नहीं चाहता, जैसे- चरम और परम = चरम-परम, भीरु और बेबस = भीरु-बेबस, दिन और रात = दिन-रात।
‘और’ के साथ आए शब्दों के जोड़े को ‘और’ हटाकर योजक चिह्न (-) भी लगाया जाता है। कभी’कभी एक साथ भी लिखा जाता है। पाठ से द्वंद्व समास के बारह उदाहरण ढूँढ़कर लिखिए।
पाठ से द्वंद्व समास के बारह उदाहरण: